नोटबंदी के दौरान नक्सलियों ने नोट बदलवाने के लिए ग्रामीणों को मोहरा बनाया था. एक स्कूल के रसोइये धनी राम ने इसका खुलासा करते हुए नक्सलियों का पैसा पुलिस तक पहुंचाया है. नक्सलियों का दो लाख रुपया बैंक तक पहुंचाने वाले धनीराम ने बताया कि नक्सलियों ने उसे जान से मारने की धमकी देकर उसके खाते में पैसा जमा करवाया था. पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि नोटबंदी के नक्सलियों के नोट बदलने की बात सामने आ रही थी, लेकिन यह पहला मालला है जिसने इसका खुलासा किया है. पिछले कुछ दिनों से नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों से पैसों की वसूली की घटनाएं सआ रही थी. जांच में सामने आया कि नक्सलियों ने जो पैसा ग्रामीणों से नोटबंदी के समय जमा करवाया था, नक्सली उसकी ग्रामीणों से वसूली कर रहे हैं. 21 जून को कांकेर जिले के आमाबेडा में एक ग्रामीण की हत्या इसी सिलसिले में की गई है. एसपी पल्लव ने कहा कि शहर मे भी कुछ लोगों ने नक्सलियों के नोट बदले हैं, जिनसे नक्सली वसूली की कोशिश कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि पुलिस के लिए यह अच्छा मौका है, जिससे नक्सलियों पर नजर रखी जा सकती हैं और उन्हें पकड़ा जा सकता है.from Latest News छत्तीसगढ़ News18 हिंदी https://ift.tt/2tFP4NF
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